शादी का समां: परंपराओं और हास्य का मेल August 18, 2024Posted inहास्य शादी का माहौल हमेशा ही खुशियों से भरा होता है, जहां रिश्तेदार, दोस्त और परिवार के सदस्य एक साथ मिलकर जश्न मनाते हैं। ऐसे मौकों पर कई अनोखी और मजेदार…
समुद्र विनोद: एक अनोखी प्रेम यात्रा August 18, 2024Posted inLove Story, Romance यह कहानी उस समय की है जब विशाल महासागर की अथाह गहराइयों में "समुद्र विनोद" नामक एक शानदार क्रूज जहाज ने अपनी अद्वितीय यात्रा का आरंभ किया था। यह जहाज…
छूछक का उपहार August 18, 2024Posted inभारतीय परंपराएँ सविता ने अपने नन्हे बेटे को गोद में उठाया और प्यार से उसके माथे को चूमा। उसके चेहरे पर मुस्कान थी, लेकिन दिल में एक चिंता की लहर दौड़ रही…
सफर का सबक: एक लड़की की कहानी August 18, 2024Posted inजीवन अनुभव रवि को 16 सितंबर को दिल्ली एक जरूरी काम से जाना पड़ा। काम अचानक ही आया, इसलिए उसने जल्दबाजी में तत्काल स्लीपर टिकट बुक कर लिया और कैफियत एक्सप्रेस ट्रेन…
स्वाभिमान की एक रोटी August 12, 2024Posted inसामाजिक कहानिया सविता जी धीरे-धीरे कदम बढ़ाती हुई अपने घर की ओर जा रही थीं, जब पड़ोस में रहने वाली सरिता जी ने उन्हें देखा। "अरे दीदी, क्या हुआ? लगता है आपके…
स्नेहा की उड़ान August 12, 2024Posted indreams, Inspiration, महिला सशक्तिकरण स्नेहा का दिल उस दिन से भारी था जब उसके कानों में कुछ लोगों की बातें गूंजने लगीं। एक आवाज ने मजाक में कहा, "बहुत शौक था साइंस पढ़ने का,…
अतीत के वादे August 12, 2024Posted inDrama, Romance ट्रेन अपनी गति से गाँव की ओर बढ़ी जा रही थी। प्रिया पूरे तेरह साल बाद अपने गाँव जा रही थी। उसके पिता अपनी अंतिम साँसें ले रहे थे। उसने…
पछतावे की आग August 9, 2024Posted inMarriage and Relationships, पारिवारिक मूल्य रात के 9:00 बजे थे जब विकास थकान से चूर अपने ऑफिस से घर पहुंचा। जैसे ही उसने दरवाजा खोला, उसे सोनाली की चिढ़ी हुई आवाज सुनाई दी। सोनाली ने…
रिश्तों में दरार August 9, 2024Posted inभाई बहन का रिस्ता स्टोरी, भाई-बहन के रिश्ते मैं गरिमा हूँ। मैंने और राजीव ने 1 साल की डेटिंग के बाद शादी की है। हमारी शादी में कुछ खास दोस्त और माता-पिता ही शामिल हुए थे। राजीव ने…
घूँघट परंपरा August 8, 2024Posted inपरिवारिक कहानियां, सामाजिक कहानिया शुरुआत में, जब मैं अपने ससुराल आई थी, तो मुझे एक अनकही परंपरा का सामना करना पड़ा। हर बहू को अपनी दादी सास के सामने घूँघट निकालना पड़ता था। यह…