एक बेटे की निष्ठा

शिवनारायण जी का जीवन एक संघर्षमय राह पर चल रहा था। जीवन की सर्दी-गर्मी का सामना करते हुए, उनका स्वास्थ्य भी अब ढलते सूरज की तरह कमजोर होने लगा था।…