स्वाभिमान की एक रोटी August 12, 2024Posted inसामाजिक कहानिया सविता जी धीरे-धीरे कदम बढ़ाती हुई अपने घर की ओर जा रही थीं, जब पड़ोस में रहने वाली सरिता जी ने उन्हें देखा। "अरे दीदी, क्या हुआ? लगता है आपके…
घूँघट परंपरा August 8, 2024Posted inपरिवारिक कहानियां, सामाजिक कहानिया शुरुआत में, जब मैं अपने ससुराल आई थी, तो मुझे एक अनकही परंपरा का सामना करना पड़ा। हर बहू को अपनी दादी सास के सामने घूँघट निकालना पड़ता था। यह…