समाज का आईना August 7, 2024Posted inपरिवारिक कहानियां निखिल बहुत परेशान था। उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह इस स्थिति से कैसे निपटे। वह अपनी माँ को बहुत चाहता था, किंतु उसकी पत्नी और बच्चे उसकी…
नसीब से मिली बहन August 7, 2024Posted inपरिवारिक कहानियां मेरा नाम नेहा है, और मेरी बहन का नाम दिशा है। हम दोनों जुड़वाँ हैं, और दिशा मुझसे दो मिनट बड़ी है। हमारे बीच बड़ा ही गहरा प्यार है। हमने…
एक अनोखी बहू August 5, 2024Posted inपरिवारिक कहानियां1 Comment शादी के लिए देखने गई सुषमा जी ने अपनी समधन से कहा, "राजीव मेरा इकलौता बेटा है, जैसा नाम वैसा गुण। जब-जब मैं दूसरे बच्चे के न होने पर उदास…